संत हिरदाराम नगर। अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर बनने एवं प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में सिंधी समाज भी सहभागी बनेगा। वरूण अवतार भगवान झूलेलाल के वंशज 22 जनवरी को प्रभातफेरी निकालकर शहर की परिक्रमा करेंगे। झूलेलाल मंदिर में बहिराणा पूजन होगा। भगवान श्री राम के जयकारों के साथ चालीहा उत्सव का भी समापन होगा। पूजन के बाद भंडारा होगा।
भगवान झूलेलाल के 26 वें वंशज ठकुर साई मनीषलाल के आह्वान पर इन दिनों वरूण अवतार के वंशज ब्रह्ममुहुर्त में प्रभातफेरी निकाल रहे हैं। कड़ाके की सर्दी में भी भक्त अपने ईष्टदेवता के जयकारे लगाते हुए नगर की परिक्रमा कर रहे हैं। प्रतिदिन पुराना बी वार्ड स्थित झूलेलाल, ठकुर आसनलाल मंदिर से प्रभातफेरी प्रारंभ होगी। समापन पर नगर की खुशहाली और देश की प्रगति के लिए प्रार्थना की जाती है। ठकुर आसनलाल सेवा ट्रस्ट से जुड़े जगदीश टेहलानी के अनुसार संयोग 40 दिनी प्रभातफेरी का समापन भी 22 जनवरी को होगा। यह दिन हमारे लिए ही नहीं देश के लिए ऐतिहासिक होगा क्योंकि इसी दिन अयोध्या में श्री राम मंदिर का सपना साकार हो रहा है। इस दिन को हम विशेष उत्साह से मनाएंगे।
बहिराणा पूजन, विश्व शक्ति की कामना
22 जनवरी को प्रभातफेरी का समापन मंदिर में बहिराणा पूजन के साथ होगा। परंपरा के अनुसार जल एवं ज्योति की पूजा की जाएगी। भगवान झूलेलाल के साथ भगवान श्री राम के जयकारे लगाते हुए भजन पेश किए जाएंगे। भारत की प्रगति एवं विश्व शक्ति बनने तथा सनातन धर्म की पताका विश्व में फहराने की कामना की जाएगी। इस उत्सव में बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोग एवं संस्था प्रमुख शमिल होंगे। भगवा ध्वज फहराया जाएगा।