बैंकॉक: उत्तरी म्यांमार स्थित जेड (कीमती पत्थर) की एक खदान धंसने से मारे गए 33 खनिकों के शव मलबे से निकाल लिए गए हैं जबकि तीन लोग अब भी लापता हैं। बचाव दल के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। खदान धंसने की घटना रविवार को काचिन प्रांत के हपाकांत के मन्ना गांव में हुई, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे कीमती जेड खदान का केंद्र कहा जाता है। इस घटना में खदान का मलबा 300 मीटर नीचे झील में गिरा। इस हादसे के बाद 35 से अधिक मलबे में दब गए थे।
एक स्थानीय बचाव दल के पदाधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि घटना के बाद करीब 150 बचावकर्मियों ने पांच छोटी नाव की मदद से अभियान शुरू किया। कीचड़ युक्त पानी वाली झील से अब तक 33 शव बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब भी कम से कम तीन लोग लापता हैं।
अपने दो रिश्तेदारों को खोने वाले खनिक ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों ने अंत्येष्टि के लिए प्रति पीड़ित लगभग 700,000 क्यात (330 अमेरिकी डॉलर) दिए हैं। इससे पहले भी हपाकांत स्थित जेड खदानों के धंसने के मामले सामने आए थे। जुलाई 2022 में इसी क्षेत्र में खदान धंसने से 162 लोग मारे गए थे, जबकि 2015 में ऐसी ही एक दुर्घटना में 113 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।