तेल अवीव: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में युद्धविराम की जो डील चल रही हैं, उनका मतलब ये नहीं है कि हमास के खिलाफ जंग खत्म हो गई है। अपनी कैबिनेट से नेतन्याहू ने कहा कि संघर्ष विराम के बाद हमास को खत्म करने के लिए युद्ध चलता रहेगा। नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने देश की खुफिया एजेंसी मोसाद को स्पष्ट कहा है कि हमास के बड़े कमांडरों को ढूंढ़ने का काम जारी रखा जाए और चाहे वे कहीं भी हों उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए।नेतन्याहू से बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमास कमांडर इस्माइल हानियेह और खालिद मशाल के बयान पर जवाब मांगा गया। इस्माइल हानियेह और खालिद मशाल ने कहा है कि वे युद्ध के बाद गाजा पर शासन जारी रखेंगे। इसका जवाब देते हुए नेतन्याहू ने कहा, मैंने मोसाद को हमास के प्रमुखों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, चाहे वे कहीं भी हों। नेतन्याहू ने ये भी कहा कि संघर्ष विराम में ऐसी कोई बाध्यता नहीं है कि हम हमास प्रमुखों पर कार्रवाई नहीं कर सकते हैं।
इजरायली रक्षामंत्री बोले- हमास को तबाह करने से पहले नहीं रुकेंगे
इजरायल के रक्षामंत्री योव गैलेंट ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि हमास के किसी भी कमांडर को छोड़ा नहीं जाएगा। वे उधार के समय पर जी रहे हैं। उन्होंने महिलाओं और बच्चों को मारा है और उनका मरना तय है। गैलेंट का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि उत्तरी गाजा सीमा से चार किलोमीटर से अधिक दूरी पर रहने वाले इजरायली दिसंबर के अंत तक घर लौटने में सक्षम होंगे।
बता दें कि हमास की ओर से कहा गया है कि गुरुवार से गाजा में चार दिन का युद्ध विराम शुरू हो रहा है। समझौते के तहत हमास की ओर से 50 बंधकों को रिहा किया जाएगा। हर रोज 12 से 13 बंधकों को छोड़ा जाएगा, जिनमें ज्यादातर महिला और बच्चे होंगे। इसके बदले में इजरायल की जेलों में बंद 150 फिलस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाएगा। दुनियाभर के शीर्ष नेताओं ने इस समझौते का स्वागत किया है। दरअसल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर बड़े हमला करके 1400 से ज्यादा लोगों को मार दिया था। इसके साथ ही 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर गाजा में ले जाया गया। इन बंधकों को छुड़ाने के लिए ही अब ये डील हुई है। कतर ने मध्यस्थता करके ये डील कराई है।