बीजिंग: चीन में रहस्यमयी निमोनिया की बीमारी तेजी से फैल रही है। खासतौर से बच्चों को अपनी चपेट में ले रही इस बीमारी की वजह से तेजी से अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है। इससे बच्चों के अस्पतालों में हालात मुश्किल होते जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी बयान जारी करते हुए इस पर चिंता जताई है और लोगों को सतर्कता बरतने के लिए कहा है। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों से बच्चों के बीच फैलती इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी देने के लिए कहा है।
महामारीविद् एरिक फीगल डिंग ने सोशल मीडिया पर कहा है कि अज्ञात निमोनिया का प्रकोप चीन में तेजी से बढ़ रहा है। बीजिंग के लियाओनिंग में बाल चिकित्सा अस्पताल बीमार बच्चों से भर गए हैं। बीजिंग चिल्ड्रन हॉस्पिटल बीमार बच्चों से पूरी तरह से भरा हुआ है। हालात ये है कि कई शहरों में स्कूलों को बंद कर दिया गया हैं। एरिक ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें अस्पतालों में भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग अपने बच्चों को लेकर इलाज के लिए परेशान दिख रहे हैं। उन्होंने बताया है कि अभी इस बीमारी को कोई इलाज नहीं मिल पाया है।
बीजिंग और लियाओनिंग बीमारी की चपेट में
उत्तरी चीन में इस बीमारी का प्रकोप अभी ज्यादा है। बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में इस रहस्यमयी बीमारी से प्रभावित बच्चे सबसे ज्यादा आ रहे हैं। इस रहस्यमयी न्यूमोनिया में बच्चों को फेफड़ों में दर्द और तेज बुखार जैसी परेशानी होती है। फेफड़े में दिक्कत होने की वजह से बच्चों को इस बीमारी में सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इस बीमारी के तेजी से फैलने की वजह से इन शहरों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। ओपन-एक्सेस सर्विलांस प्लेटफॉर्म प्रोमेड ने चीन में फैल रहे इस न्यूमोनिया पर कहा है कि खासतौर से बच्चों को प्रभावित करने वाली ये बीमारी एक महामारी में भी बदल सकती है।
न्यूमोनिया के बढ़ते खतरे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि सांस की इस बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए लोग तमाम तरह के दिशा निर्देशों का पालन करें। साथ ही डब्ल्यूएचओ ने बच्चों में निमोनिया के क्लस्टर पर विस्तृत जानकारी के लिए चीन से ज्यादा जानकारी देने के लिए आधिकारिक अनुरोध किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अक्टूबर के मध्य से उत्तरी चीन में पिछले तीन सालों की इसी अवधि की तुलना में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी में वृद्धि दर्ज की गई है।