दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बाइनेंस के फाउंडर और CEO चांगपेंग झाओ ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया। उन्हें अमेरिकी एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कानून तोड़ने का दोषी पाया गया है। क्रिप्टो एक्सचेंज 4.3 बिलियन डॉलर (करीब 35 हजार करोड़ रुपए) का जुर्माना भी देगा।
झाओ अगले 3 साल तक कंपनी में कोई मैनेजमेंट पोजिशन भी नहीं संभाल सकेंगे। वहीं कंपनी में रीजनल मार्केट के ग्लोबल हेड रहे रिचर्ड टेंग को नया CEO बनाया गया है। जस्टिस डिपार्टमेंट, ट्रेजरी डिपार्टमेंट और कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन सालों से कंपनी की जांच कर रहे थे।
अपराधों के कारण बाइनेंस बना सबसे बड़ा एक्सचेंज
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा, 'अपने अपराधों के कारण बाइनेंस दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज बना। अब यह अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े कॉर्पोरेट पेनाल्टीज में से एक का भुगतान करेगा।'
वहीं, ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने एक बयान में कहा, 'बाइनेंस ने जानते-बूझते हुए उसके प्लेटफॉर्म के माध्यम से आतंकवादियों, साइबर अपराधियों और चाइल्ड एब्यूजर्स को मनी फ्लो करने की अनुमति दी।'
चांगपेंग झाओ ने रिचर्ड टेंग को बताया योग्य लीडर
CEO पद से इस्तीफा देने के बाद चांगपेंग झाओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि रिचर्ड हाईली क्वालिफाइड लीडर हैं। वह अपने तीन दशकों से अधिक के फाइनेंशियल सर्विसेज और रेगुलेटरी अनुभव के साथ, कंपनी को विकास के अगले दौर में ले जाएंगे।
रिचर्ड यह सुनिश्चित करेंगे कि बाइनेंस सिक्योरिटी, पारदर्शिता, अनुपालन और विकास के हमारे अगले चरण को पूरा करें। झाओ ने आगे कहा कि रिचर्ड और पूरी टीम के साथ मुझे विश्वास है कि बाइनेंस और क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए सबसे अच्छे दिन आने वाले हैं।
रिचर्ड टेंग संभाल चुके हैं कई महत्वपूर्ण पद
2017 में हुई थी बाइनेंस की शुरुआत
बाइनेंस की शुरुआत 2017 में एक क्रिप्टो-एक्सचेंज हुई थी। बाइनेंस के इकोसिस्टम में कई क्रिप्टोएक्सचेंज हैं, जिसका इसने अधिग्रहण किया है और उन्हें बनाया है। इसके अलावा इसके पास खुद की क्रिप्टोकरेंसी, कई क्रिप्टो वॉलेट और नई क्रिप्टोकरेंसी को लॉन्च करने वाला एक लॉन्चपैड भी है।